बुधवार, 18 अप्रैल 2012

हाय रे ये नेट!

एक बड़ा अजीबो गरीब किस्सा लेके आपके सामने आ रही हूँ. अंजली  का. स्वयं  खुद बड़े डिप्रेशन से गुज़र रही हूँ और अंजली भी. इसीलिये शायद उसे समझ पा रही हूँ.

करामात की है नेट ने......अंजली की उम्र है ४५ साल की दो बेटे हैं. दोनों पढ़ते हैं. पति  अपने काम में हमेशा व्यस्त रहते हैं. अंजली  सुन्दर है. नौकरी करती थी लेकिन पति ने छुडवा दी. वो घर में अकेली हो  गयी और उसे इन्टरनेट पे गपशप करने की लत लग गयी. उसने अपनी तस्वीर भी १० साल पहले की लगा दी थी. .  एक ३० साल के लड़के के साथ मजाक ही मजाक में नजदीकियां बढ़ गयीं. उन दोनोने एक बार मिलने का फैसला किया. बात चुम्बन लेने तक बढ़ गयी. लड़का तो केवल दो पल की मौज लूटना चाहता था लेकिन अंजली को उससे प्यार हो गया. अंजली रोज़ उसे फोन करती है. वो कभी कबार ही फोन उठता है. अंजली को उससे मिले डेढ़ साल के ऊपर हो गया. वो मिन्नतें करती रहती है और वो किसी न किसी बहाने मना  कर देता है. हो सकता है उसकी और भी लड़कियां दोस्त हों.अब अंजली बेहद उदास रहने लगी है. इस उदासी से उसे कैसे निकला जाये समझ में नहीं आता. लड़का तो कालको शादी कर लेगा तब तो उससे मिलना भी गलत होगा. किसी सलाहकार के पास भी जाना नहीं चाहती और नाही पति को बताये बिना जा सकती है..समझमे नहीं आता उसकी कैसे मदद करूँ! हाय रे ये नेट!

अंत में सभी दोस्तों से माफी चाहती हूँ की ख़राब तबियत के कारन न ब्लॉग पढ़ पा रही हूँ न टिप्पणी दे पा रही हूँ!