रविवार के रोज़ आमिर खान का शो देखा। महिलाओं पे होनेवाले शारीरिक तथा मानसिक अत्याचार के बारेमे। मन में सवाल उठा की ऐसी महिलाएं क्या करें जिनपे होनेवाले अत्याचार का कोई गवाह न हो ? शरीर पे ज़ख्म न दिखें इस तरह का शारीरिक अत्याचार हो? जिनके पतियों की बहुत ऊंची पहुँच हो?
एक ऐसी महिला को जानती हूँ जो तकरीबन सर्वगुण सप्पन्न है। कलाकार है। उसके बच्चे जब छोटे थे तब उसने पति से दूर जानेकी कोशिश की। उसपे होनेवाले अत्याचारों से तंग आके। पतीने उसे बच्चों का मूह देखने से भी मना कर दिया। उसकी एक बेटी भी थी,जोकि अनचाही औलाद थी। महिला को पता था की बाप अपनी बेटी को तो मार ही डालेगा। उसका मायका भी पैसेवाला नहीं था। पति के होनेवाले तबादलों के कारन वो महिला खुदको कहीं स्थापित भी नहीं कर पाई थी। हाथी के दांत दिखाने के और तथा खाने के और। जो लोग उस महिला पे होनेवाले अत्याचारों को जान गए थे वो मूह नहीं खोलते थे। ऐसे में कानून क्या कर सकता है? पुलिस क्या कर सकती है? कोई संस्था क्या कर सकती है? आज वो महिला जिसने जीवन भर श्रम किये थे, अपने पति के घरमे एक कैदी की तरह रहती है। है किसी के पास कोई उपाय?
एक ऐसी महिला को जानती हूँ जो तकरीबन सर्वगुण सप्पन्न है। कलाकार है। उसके बच्चे जब छोटे थे तब उसने पति से दूर जानेकी कोशिश की। उसपे होनेवाले अत्याचारों से तंग आके। पतीने उसे बच्चों का मूह देखने से भी मना कर दिया। उसकी एक बेटी भी थी,जोकि अनचाही औलाद थी। महिला को पता था की बाप अपनी बेटी को तो मार ही डालेगा। उसका मायका भी पैसेवाला नहीं था। पति के होनेवाले तबादलों के कारन वो महिला खुदको कहीं स्थापित भी नहीं कर पाई थी। हाथी के दांत दिखाने के और तथा खाने के और। जो लोग उस महिला पे होनेवाले अत्याचारों को जान गए थे वो मूह नहीं खोलते थे। ऐसे में कानून क्या कर सकता है? पुलिस क्या कर सकती है? कोई संस्था क्या कर सकती है? आज वो महिला जिसने जीवन भर श्रम किये थे, अपने पति के घरमे एक कैदी की तरह रहती है। है किसी के पास कोई उपाय?